जिन महिलाओं के पीरियड सही समय पर नहीं आते उनमें स्तनों के विकास की समस्या अक्सर देखी जाती है।
दूध अपने आप में एक कंप्लेट फूड होता है, लेकिन अक्सर हम देखते है की महिलांये दूध का कम ही उपयोग करती है। ये जरुरी नहीं है की जो महिलांये दूध नहीं पिती है उनके स्तन छोटे ही हो पर हा जीन महिलाओ की ब्रेस्ट का साइज छोटा है उनके लिए दूध जरूर फायदेमंद है। दूध में प्रोटीन और फॅट दोनो होते है दोनो ही ब्रेस्ट का साइज बढाने में मदत करते है, और स्तनो में खाली मसल्स नहीं होते उनमे फॅट भी होता है जो दूध में मिलता है।
अचानक एक्ने ब्रेकआउट्स या पिंपल आना, स्किन के टेक्सचर में बदलाव भी हार्मोनल इंबैलेंस के लक्षण के रूप में सामने आ सकते हैं.
सरल जैन ने श्री रामानन्दाचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय, राजस्थान से संस्कृत और जैन दर्शन में बीए और डॉ.
जो लड़कियां अपने स्तनों के छोटे साइज को लेकर परेशान रहती है। उनके लिए यह जानना जरुरी है की ब्रैस्ट न बढ़ने के कारण क्या है।
ऐसा अपनी सुविधा अनुसार थोड़ी देर तक करें।
हमने लेख में ब्रेस्ट का आकार बढ़ाने के आसान तरीके, एस्ट्रोजन युक्त खाद्य पदार्थों और अन्य सुझाव भी दिए हैं। आप इन्हें फॉलाे कर सकते हैं। इन्हें अपनाने के बाद भी असर होने में थोड़ा वक्त लग सकता है। ऐसे में स्तनों का आकार तेजी से बढ़ाने के उपाय न के बराबर हैं, क्योंकि हर किसी का शरीर अलग-अलग होता है, ऐसे में इस प्रक्रिया में अंतर हो सकता है।
रात को एक गिलास पानी में एक चम्मच मेथी दाना, एक चम्मच सौंफ भिगोकर रख दे। उसे सुबह खाली पेट छानकर पिएं।
डंबल चेस्ट प्रेस की ही तरह आप पुश अप्स भी कर सकती हैं। यह पुरुष और महिला दोनों के लिए फायदेमंद है। इससे भी चेस्ट टोन्ड होती है।
ब्रेस्ट साइज बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हार्मोन
जब यह पीने लायक हो जाए, तो इसे गर्मा-गर्म पिएं।
सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने के लिए एक या दो महीने के लिए दिन में दो बार इस उपाय का पालन करें।
ब्रेस्ट साइज बढ़ाने के लिए करें read more व्यायाम और योग
ब्रेस्ट बढ़ाने के उपाय और एक्सरसाइज को नियमित रूप से करने पर ही आपको इसके अच्छे परिणाम मिलेंगे। स्तनों का साइज बढ़ाने के लिए किसी भी तरह की दवाई का डॉक्टर की परामर्श के बिना उपयोग ना करे। नहीं तो आपको बाजार की दवाई से साइड इफ़ेक्ट भी हो सकते है।